Keyboard क्या है और इसके कितने प्रकार होते है ?

Keyboard क्या है और इसके कितने प्रकार होते है ?

आखिर यह कंप्यूटर keyboard क्या है? (What is Keyboard in Hindi) आपने जरूर कभी ना कभी कीबोर्ड का उपयोग तो किया होगा. यदि आपने कभी कंप्यूटर या लैपटॉप का उपयोग किया है तो आपने keyboard का उपयोग तो जरूर किया है.

लेकिन ऐसे भी बहुत लोग हैं जिन्होंने Keyboard तो देखा है. परंतु उसके बारे में नहीं जानते हैं. तो इस Post को पूरा पढ़िए. क्योंकि इस Post को Keyboard की जानकारी आप लोगों तक पहुंचाने के उद्देश्य से लिखा गया है.

Keyboard एक तरह का इनपुट यंत्र (Infute Dives) होता है. Keyboard को हिंदी भाषा में ‘कुंजीपटल’ कहते हैं. इसकी मदद से हम कंप्यूटर को संकेत देते हैं. कि-बोर्ड का ज्यादातर उपयोग Typingवकरने के लिए किया जाता है.

कीबोर्ड पर सभी बटन ऊपर निकले हुए होते हैं जिनको दबाने पर उसी बटन के चिन्ह, संख्या और अक्षर टाइप होती है जो उस पर अंकित होती है.

Key बोर्ड में सामान्यतः बटनो की संख्या 104 मान जाती है. लेकिन वर्तमान समय में keyboard में कुछ बटन Songs के लिए आने लगे हैं.

कंप्यूटर कीबोर्ड के बटनो के प्रकार और उनके कार्य तथा मिश्रण सॉफ्टवेयर के अनुसार काम को करते हैं.

Keyboard क्या है in hindi ?

कीबोर्ड एक इनपुट डिवाइस होता है. कंप्यूटर में इसका उपयोग मुख्य रूप से कंप्यूटर में टेक्स्ट, संख्या डाटा, कमांड और अन्य डाटा दर्ज करने के लिए इसका उपयोग किया जाता है.

Keyboard का उपयोग कंप्यूटर को विशेष निर्देश देने के लिए किया जाता है. एक सामान्य कीबोर्ड में Alphabetic और Numeric बटन होते हैं जिसका उपयोग न्यूमैरिक और टेक्स्ट को Infut करने के लिए किया जाता है.

कीबोर्ड पर कई प्रकार की फंक्शन key और edting keys होती हैं जिनका उपयोग फंक्शन को सीधे ही शुरू करने के लिए उपयोग की जाती है.

अधिकांश Keyboard बटनों की एक ऐसी व्यवस्था का उपयोग करता है जिसे क्वर्टी (Qwerty) कहा जाता है. उपयोगकर्ता कंप्यूटर पर बातचीत करने के लिए माउस और कीबोर्ड जैसे इनपुट यंत्र का उपयोग करता है.

Keyboard बटन को जब हमारे द्वारा दबाया जाता है तो उसका डाटा में मशीनी भाषा में बदल जाता है जिससे की इनफुट यंत्र से आने वाले निर्देशों को कंप्यूटर समझ सके.

कीबोर्ड का इतिहास – Keyboard History in Hindi

कंप्यूटर Keyboard का इतिहास कितना पुराना भी नहीं है जितना हम सोचते हैं. हालांकि इसका पूर्वज एक टाइपराइटर था. इसलिए कि बोर्ड को भी उसके पूर्वज के जमाने जितना पुराना माना जाता है.

आधुनिक समय के कीबोर्ड का आविष्कार क्रिस्टोफर लेथम शॉल (Christopher Latham Sholes) ने 1868 में किया था. क्योंकि इस दिन ही इनको आधुनिक समय का टाइपराइटर पेटेंट हासिल हुआ था.

कीबोर्ड की डिजाइन – Type of Keyboard Layouts in Hindi

कंप्यूटर कीबोर्ड पर उपस्थित कुंजी के विशेष लेआउट को कीबोर्ड लेआउट (Layout) कहा जाता है. keyboard का लेआउट ही कीबोर्ड का आकार, बनावट और प्रकार कौन निर्धारित (Determines) करता है.

आधुनिक समय में Keyboard के बहुत से लेआउट उपलब्ध हैं. विश्व में सभी देशों में अपनी भाषा और लिपि के अनुसार Keyboard के Layout को बनाते हैं.

सभी Keyboard के लेआउट को आमतौर पर दो भागों में बांटा जाता है.

1. Qwerty कीबोर्ड लेआउट
2. Non-Qwerty कीबोर्ड लेआउट

1. Qwerty कीबोर्ड लेआउट

यह कीबोर्ड लेआउट सबसे ज्यादा उपयोग में लिया जाने वाला और लोकप्रिय कीबोर्ड लेआउट है. इसको दुनिया भर में अपनाया जाने वाला कीबोर्ड लेआउट है और इसी keyboard layout का उपयोग आधुनिक समय के keyboard में किया जाता है.

Qwerty Keyboard के लेआउट के कुछ अन्य कीबोर्ड:
AZERTY
QZERTY
QWERTY

2.Non-Qwerty कीबोर्ड लेआउट

इस keyboard layout का उपयोग कुंजी सेट करने के लिए नहीं किया जाता है उसे गैर-Qwerty कीबोर्ड का उपयोग किया जाता है.

Non-Qwerty Keyboard के लेआउट के कुछ अन्य कीबोर्ड:
Colemak
Workman
Dvork

कीबोर्ड को कंप्यूटर में कैसे जोड़ेHow to Connect Keyboard to Computer in Hindi ?

चरण 1. बिजली की सप्लाई को बंद करें

सबसे पहले कंप्यूटर में पावर स्विच को बंद करें. यदि सप्लाई चालू है तो हम आपको इस काम को करने की सलाह नहीं देंगे. यदि आप इस काम को नहीं कर सकते हैं तो इस काम को किसी का जानकार व्यक्ति से करवाए.
चरण 2. कीबोर्ड कनेक्टर की जांच करें

कीबोर्ड कनेक्टर के प्रकार की जांच करें. यह कनेक्टर एक तार है जिसका एक छोर Keyboard से जुड़ा हुआ होता है और दूसरा छोर बाहर निकला रहता है.

यदि कीबोर्ड का छोर आयताकार है तो यह Port USB Port Connector है. यदि यह गोल आकृति का है तो PS2 प्रकार का Port है.

USB प्रकार Port वाला Keyboard कैबिनेट में USB Port और PS2 वाला कीबोर्ड PS2 Port मे जुड़ता है.
चरण 3. कैबिनेट में उपयुक्त कनेक्टर का पता लगाए

इसके बाद कंप्यूटर की कैबिनेट में उपयुक्त कनेक्टर को ढूंढे. इस कनेक्टर को खोजने के लिए कैबिनेट के पीछे की तरफ जा कर ढूंढे.
चरण 4. कीबोर्ड को कंप्यूटर कनेक्टर से जोड़े

अब आप यह तो जान गए होंगे कि कंप्यूटर कनेक्टर क्या होते हैं तो चलिए हम इन दोनों को जोड़ते हैं.

सबसे पहले आप दाएं हाथ में कीबोर्ड के मेन तार को पकड़िए. इसके बाद में कैबिनेट पोर्ट में कीबोर्ड कनेक्टर को डाले. इस को जोड़ते समय मेन सप्लाई को off करें तथा सावधानी से करें.
चरण 5. कम्प्यूटर कीबोर्ड की जांच करें और शुरू करें

जब आप Keyboard को जोड़ने के बाद Computer को on करें और कीबोर्ड के बटन को दबाकर जुड़े हुए की जांच करें.

यदि कीबोर्ड सही से जुड़ा होगा तो बटन काम करेंगे. यदि नहीं जुड़ा है तो काम नहीं करेंगे.

Keyboard के सभी बटनों के उपयोग और जानकारी- All Key Uses and Name in Hindi:

QWERTY लेआउट दुनिया भर में अपनाया गया और सबसे लोकप्रिय पैटर्न है.

आइए अब जानते हैं कि एक सामान्य Keyboard में कितने बटन होते हैं और सभी कार्य, उपयोग, प्रकार और नाम क्या है.

एक सामान्य और साधारण Keyboard में 104 की होती है तथा उनकी कीबोर्ड के Operating System और Manufacture पर आधारित होती हैं. सामान्य तौर पर हम कह सकते हैं कि Qwerty कीबोर्ड में सामान्यत 100 Key (±) होती हैं.

Keyboard में प्रत्येक बटन का अपना प्रत्येक अलग-अलग कार्य होता है और उनको कार्य के आधार पर 6 श्रेणियों में विभाजित किया गया है. जो नियम प्रकार हैं-

1. फंक्शन कुंजी
2. टाइपिंग कुंजी
3. नियंत्रण कुंजी
4. नेविगेशन कुंजी
5. संकेतक कुंजी
6. न्यूमेरिक कुंजी

1.फंक्शन कुंजी (Function Keys):

फंक्शन कुंजियां कीबोर्ड में सबसे ऊपर की ओर होती हैं. यह Key 1F से 12F तक होती है. फंक्शन कुंजीया का उपयोग कोई विशेष कार्य करने के लिए किया जाता है. प्रत्येक कार्य में उनके अलग-अलग कार्य होते हैं.

2.टाइपिंग कुंजी (Typing Keys):

इन कुंजीया का उपयोग Keyboard में सबसे अधिक किया जाता है. टाइपिंग कुंजियों मे दोनों प्रकार की key (वर्णमाला और संख्या) समलीत होती हैं जिनको सामूहिक रूप से Alphanumeric कुंजियां भी कहा जाता है.

टाइपिंग कुंजियां में सभी तरह की भी विराम और प्रतीक चिन्ह शामिल होते हैं जिनको सामान्य रूप से अल्फान्यूमैरिक कुंजियां भी कहा जाता है. टाइपिंग key में सभी प्रकार के विराम और प्रतीक में शामिल किए जाते हैं.

जब कोई भी व्यक्ति टाइपिंग सीखता है तो उसको इन कुंजियो का प्रशिक्षण करना होता है. इसलिए इनकी जानकारी अच्छी तरह होनी चाहिए.

3. नियंत्रण कुंजी (Control keys):

कोई भी कार्य करने के लिए इन key का उपयोग अन्य तथा अकेले कुंजीयों के साथ किया जाता है. एक सामान्य keyboard में कंट्रोल कुंजियों के रूप में अधिकतर Ctrl कुंजी, Alt कुंजी, Esc कुंजी और विंडो कुंजी का उपयोग किया जाता है. इनके साथ ही Prtscr कुंजी, स्क्रोल कुंजी मेनू कुंजी, ब्रेक कुंजी आदि जैसे नियंत्रण कुंजियां भी शामिल है.

4.नेवीगेशन कुंजी (Navigation Keys):

नेविगेशन कुंजियों में होम, एंड, पेज अप, डिलीट, एरो की, Page down आदी कुंजियां होती है. इन कुंजियों का उपयोग वेबपेज तथा Document आदी में घूमने के लिए किया जाता है.

5.संकेतक कुंजी (Indicator Light):

कंप्यूटर कीबोर्ड में तीन तरह के संकेतक प्रकाश या कुंजियां होती हैं कैप्स लॉक, स्क्रोल लॉक और नंबर लॉक.

जब keyboard में पहली प्रकाश लाइट जलती है तो इसका मतलब है कि न्यूमैरिक कीपैड चालू हो गया है और यदी यह बंद हो तो इसका मतलब होता है कि न्यूमैरिक कीपैड off है.

दूसरे लाइट का प्रकाश हमको लोअरकेस और अप्परकेस के बारे में सूचित करता है. जब इसको off कर दिया जाता है तो latter निचले हिस्से में होते हैं. जब यह घूमता रहता है latter बड़े अक्षरों में हो जाते हैं.

तीसरी लाइट हमको स्क्रोल लोक के रूप में बताती है. यह हमको स्क्रोल करने के बारे में इंगित करती है.

6.न्यूमैरिक कीपैड (Numeric Keypad):

हम न्यूमेरिक कुंजियो को केलकुलेटर कुंजी भी कहते हैं, क्योंकि एक संख्यात्मक keypad में केलकुलेटर के समान कुछ अतिरिक्त कुंजियां होती हैं. उनका उपयोग नंबर लिखने के लिए किया जाता है.

अन्य मुख्य टाइपिंग कुंजिया और उनके उपयोग

1.टैब की (Tab Key)

बहुत से अक्षरों को एक साथ स्थान देने के लिए इस टैब का उपयोग किया जाता है. इस के अलावा भी इसके बहुत से कार्य हैं. कुछ key board में शॉर्टकट में भी टैब का उपयोग किया जाता है. यह बटन कंप्यूटर में एक ही होता है जो उसके बाएं ओर स्थित रहता है.

2.कैप्स लॉक की (Caps Lock Key)

इस बटन का उपयोग बड़े अक्षरों को लिखने के लिए किया जाता है. जब केप्स लॉक चालू रहता है तो सभी पत्र अप्परकेस में टाइप होते हैं. जब कैपस् लॉक off रहता है तो सभी पत्र लोअरकेस में टाइप होते हैं.

अप्पर केस अक्षर – ABCD…..
लोअर केस अक्षर – abcd…..

3.शिफ्ट की (Shift Key)

अक्षरों को अप्परकेस में लिखने के लिए shift कुंजी का उपयोग किया जाता है. इसके अलावा भी shift keys का उपयोग बटन के शीर्ष भाग को Type करने के लिए किया जाता है.

Computer में दो Shift बटन होते हैं. एक राइट शिफ्ट बटन, दूसरा लेफ्ट शिफ्ट बटन. जब हम बाएं हाथ से कैपिटल लेटर टाइप करते समय राइट शिफ्ट बटन दबाना चाहिए और लेफ्ट बटन को दाएं हाथ से कैपिटल लेटर Type करते समय दबाए.

4.स्पेस बार (Spacebar)

कीबोर्ड में सबसे बड़ी कुंजी स्पेस बार होती है. इस की का उपयोग कर्सर (Cursor) को एक स्थान से को आगे बढ़ाने के लिए किया जाता है.

5.कुंजी दर्ज करें (Enter Key)

Keyboard मे Enter key एक महत्वपूर्ण कुंजी होती है. इसका उपयोग अगली पंक्ति को शुरू करने के लिए किया जाता है. जब Enter key को दबाया जाता है तो कर्सर अगली पंक्ति की शुरुआत में चला जाता है. Enter key ‘ok’ बटन के रूप में भी जान कार्य करती है.

6.बैक स्पेस (Back Space)

कर्सर के बगल में चयनित शब्दों को मिटाने के लिए Back space का उपयोग किया जाता है. इसके साथ ही विभिन्न प्रकार के सॉफ्टवेयर में इसका का कार्य भी बदल जाता है.

कुछ मुख्य नियंत्रण कुंजी और उनके उपयोग:

1.Esc कुंजी

वर्तमान समय में Computer मे Esc key का उपयोग किसी कार्य या फाइल को मिटाने के लिए किया जाता है. Esc Key का पूरा नाम एस्केप key है.

2. Ctrl कुंजी

Ctrl कुंजी का पूरा नाम Control Key होता है. इसकी का उपयोग शॉर्टकट में किया जाता है.

3.Alt कुंजी

Alt कुंजी का पूरा नाम Alter Key होता है. Keyboard में इसका इस्तेमाल शॉर्टकट के लिए किया जाता है.

4. विंडोज लोगो कुंजी

इस तरह की विंडोज कुंजी का उपयोग Menu को खोलने के लिए किया जाता है.

5.मेनू कुंजी

Menu key माउस के राइट बटन की तरह ही काम करती है. यह key चयनित प्रोग्राम से संबंधित विकल्पों को open करता है.

6.Prtser कुंजी

इस तरह की कुंजी का उपयोग Computer की screen की एक छवि लेने के लिए किया जाता है.

नेविगेशन Keys का उपयोग:

1.Arrow Key (तीर कुंजियां)

यह तार Arrow key होती हैं- अप एरो (UP Arrow), डाउन एरो (Down Arrow), राइट एरो (Right Arrow), लेप्ट एरो (Laft Arrow) इस तरह की का उपयोग वेबपेज को स्थानांतरित करने तथा फाइलों को उपर-नीचे करने के लिए किया जाता है.

2.Home Key (होम कुंजी)

इस होम key का उपयोग किसी दस्तावेज की शुरुआत मे कर्सर को लाने के लिए किया जाता है.

3.End Key (समाप्त कुंजी)

इस तरह की कुंजी का उपयोग किसी दस्तावेज के अंत में कर्सर को लाने के लिए किया जाता है.

4.Insert key (डाले कुंजी)

इस तरह की कुंजी का उपयोग इंसर्ट मोड को ON और OFF करने के लिए किया जाता है.

5.Delete Key (मिटाना कुंजी)

इस तरह की कुंजी का उपयोग फाइल तथा फोल्डर को हटाने के लिए किया जाता है.

6. Page key (पेज कुंजी)

इस तरह की कुंजी का उपयोग एक पेज को उपर ले जाने के लिए किया जाता है.

7. Page Down Key (नीचे पेज कुंजी)

इस तरह की कुंजी का उपयोग एक पेज को नीचे ले जाने के लिए किया जाता है.

संख्यात्मक (numeric) कीपैड का उपयोग करना

यह Keypad में दाएं ओर स्थापित रहता है. इसमें 0 से 9 तक की संख्याएं होती हैं. इसके अतिरिक्त इसका उपयोग जोड़, घटाव, विभाजन, और दशमलव चिन्ह के लिए भी किया जाता है.

संख्याओं को लिखने के लिए संख्यात्मक Keypad का उपयोग किया जाता है. न्यूमैरिक कीपैड का उपयोग करने के लिए Number lock ऑन होना चाहिए.

आप ने क्या सीखा?

इस पोस्ट में हमारे द्वारा बताया गया है कि कीबोर्ड क्या हैwhat is Keyboard in Hindi? आपने कीबोर्ड के बारे में विस्तार से जान लिया होगा.

हमें आशा है कि इस पोस्ट को पढ़ने से आपको Keyboard के बारे में पूरी जानकारी समझ में आ गई होगी.

अब आपको कीबोर्ड के उपयोग में कोई भी परेशानी नहीं होने वाली है और आप keyboard kya hai सरलता से उपयोग कर सकेंगे.

आपसे एक उम्मीद है कि आप इस पोस्ट को अपने दोस्त, facebook, group और अन्य सभी मित्र और सोशल मीडिया पर शेयर कर उन तक पहुंचाएं, जिसके की वे भी Keyboard इस के बारे में जानकारी प्राप्त कर सके.

यदि अगर आप कुछ भी बात और पहुंचना चाहते हैं तो हमें कमेंट के माध्यम से पूछ सकते हैं.

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